PU Election: पीयू छात्र संघ चुनाव में ‘आप’ की धमाकेदार एंट्री
- By Vinod --
- Tuesday, 18 Oct, 2022
'AAP' stunned entry in PU student union elections
पीयू की सत्ता पर भी आम आदमी पार्टी की सीवाईएसएस काबिज
चंडीगढ़ (अर्थ प्रकाश/साजन शर्मा)। Punjab University छात्र संघ चुनाव (पीयूसीएससी) में पहली मर्तबा उतरे AAP Party आम आदमी पार्टी के स्टूडेंट विंग ने बड़ी जीत दर्ज कर दी। इससे साबित हो गया कि जो दल पंजाब में सत्ता पर काबिज रहेगा वो ही पीयू छात्र संघ कौंसिल पर भी राज करेगा। पुसू और सोपू SOPU का दौर यूनिवर्सिटी में अब समाप्त हो गया।
आम आदमी पार्टी के स्टूडेंट विंग छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) ने प्रधान पद जीतकर एक नई इबारत लिख दी। 7 अक्तूबर से कैंपस में इसका गठन हुआ जिसके बाद कई वामपंथी विचारधारा के स्टूडेंट विंग के इसने वोट तोड़े। पार्टी के यूआईएलएस विभाग से प्रत्याशी बने हरियाणा निवासी आयुष खटकड़ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एबीवीपी के हरीश गुज्जर को 708 मतों के अंतर से हरा दिया। सीवाईएसएस के आयुष खटकड़ को 2471 वोट मिले जबकि हरीश गुज्जर को 1763 मत मिले।
तीसरे स्थान पर NSUI एनएसयूआई के गुरविंदर सिंह रहे, उन्हें 1279 वोट ही मिले। सोई के उम्मीदवार माधव शर्मा को 1135 वोट, एसएफएस की भवनजोत कौर को 757, सत्थ के जोध सिंह को 368, पीएसयू ललकार के गुरजीत सिंह को 407, पुसू की शिवाली को 407 मत ही मिले। 165 छात्रों ने नोटा पर भी मुहर लगायी। सचिव पद पर एबीवीपी-इनसो-हिमसू के सांझे उम्मीदवार प्रवेश बिश्नोई ने परचम लहराया है। प्रवेश को 3677 वोट मिले जबकि सागर बावा को 2706 और सक्षम गर्ग को 1282 वोट मिले।
इसी तरह से उप-प्रधान पद पर एनएसयूआई के हर्षदीप सिंह बाठ विजयी रहे। उन्होंने 3036 वोट लेकर एबीवीपी-इनसो की उ मीदवार असीम चारस (2739) को हराया। समरबीर सिंह को 2096 मत मिले। हालांकि सीवाईएसएस के साथ आईएसए और पीयूएचएच का गठजोड़ था और दो ही पदों पर अपने कैंडीडेट उतारे थे। आईएसए-पीयूएचएस की संयुक्त सचिव पद के लिये भव्या अहलावत अपना चुनाव हार गयी। एनएसयूआई के मनीष बूरा ने संयुक्त सचिव पद पर जीत दर्ज की है उन्हें 2924 वोट मिले जबकि भव्या को 1938, एबीवीपी-इनसो उम्मीदवार अमरकांत प्रधान को 1129 मत मिले, पुसू के आतिश शर्मा ने 940 वोट हासिल किये। बता दें कि पिछले दो साल से कौंसिल चुनाव नहीं हो रहे थे। इससे पहले 2019 में सोई के चेतन चौधरी ने प्रधानी जीतकर सभी को हैरत में डाल दिया था जबकि एक साल पहले एसएफएस की कनुप्रिया ने पहली महिला प्रधान बनकर पीयू छात्र राजनीति में एक नया अध्याय लिखा था। 2017 में पुसू पार्टी के निशांत कौशल ने जीत दर्ज की थी।